प्रेम आई एम सॉरी राही बोल रही होती है प्रेम तुम अपना दर्द मुझसे शेयर कर सकते हो मुझे बताओ क्या हुआ था प्रेम बता रहा होता है कि हम सब बहुत खुश थे फिर एक दिन कति पटेल जो कि मिस्टर परा कोठारी की असिस्टेंट थी वह घर पर आई मेरी मां ने उन्हें बहुत अच्छे से ट्रीट किया देखते ही देखते क्या थी पटेल मिस्टर कोठारी के लिए इंपॉर्टेंट हो गई थी मैं बहुत छोटा था तो मैं समझ ही नहीं पाया कि उन दोनों का अफेयर चल रहा था
और उसके बाद मेरी मां और पापा के बीच झगड़े होने लग गए मेरी मां अपने पति के लिए तरसती थी और हम बच्चे भी अपने पापा के प्यार के लिए तरसते रहते थे फिर झगड़े इतने बढ़ गए थे कि घर में कभी बात नहीं होती सिर्फ झगड़े ही होते थे पराग कोठारी और क्या थी की वजह से मेरी मां डिप्रेशन में चली गई
प्रात मुझसे छोटी तेल लेकिन वह मेरे लिए टिफिन बनाती थी मुझे स्कूल के लिए रेडी करती थी फिर एक दिन जब मैं अपनी मां के लिए खाना लेकर गया तो मेरी मां इस दुनिया में नहीं थी प्रेम बहुत ही ज्यादा इमोशनल हो जाता है वह रो रहा होता है प्रेम बोल रहा होता है मेरे पापा को मेरी मां के मरने का बिल्कुल भी दुख नहीं हुआ मिस्टर परा कोठारी ने कैती से शादी कर ली और उन्हें हमारे घर में ले आए पराग कोठारी ने मोटी बात से भी
नहीं पूछा बस ख्याति को लाकर हमारी मां की जगह बिठा दिया मोटी बा पहले तो पराग कोठरी से नाराज थी लेकिन वह क्या करती बेटे के प्यार के सामने उनकी नफरत हार ही गई प्रेम बोलता है राही अब तुम ही बताओ मैं उन लोगों के पास कैसे रह सकता हूं जिनकी वजह से मेरी मां की मौत हुई तुम्हारी मां से तुम सिर्फ नाराज थी तुम्हारी मां की वजह से ऐसा कुछ नहीं हुआ था मैं ख्याति कोठारी की वजह से पहले बोर्डिंग स्कूल चला गया
इसके बाद दर बदर भटकता रहा हूं मैं इतने सालों बाद उस घर के अंदर लौट कर गया वो भी सिर्फ तुम्हारे लिए क्योंकि तुमने बोला था और मैंने यह सोचा था कि मेरी वजह से मोटी बा की तबीयत खराब हो गई है मैं गिल्ट में भी था लेकिन वह सब कुछ तो सिर्फ एक नाटक था प्रेम राही को बोल रहा होता है राही हम उस घर में नहीं जाएंगे शादी के बाद हम यहीं पर रहेंगे तुम्हें मेरी कसम है तुम किसी को कुछ भी नहीं बताओगी