अंश और परी कहते हैं कि ज्यादा कुछ नहीं बस दुल्हन की मुंह दिखाई का शगुन चाहिए प्रेम कहता है कि बस इतनी सी बात है पहले ही बता देते प्रेम शगुन देने लगता है और तभी पराग कहता है कि शगुन मैं दूंगा और मैं सबको एक एक लाख शगुन दूंगा सभी हैरान हो जाते हैं
और सभी कहते हैं कि हम सिर्फ मजाक कर रहे थे इतने पैसे देने की जरूरत नहीं है अनिल कहता है कि शगुन है ले लो तो अंश कहता है कि फिर आप सभी के लिए सिर्फ 00 दे दीजिए तो पराग जो है वोह सहमत होता है और फोन से पैसे भेजता है इसके बाद यहां पर पर्दा हटाते हैं
और प्रेम और राही एक दूसरे को देखते हैं दोनों एक दूसरे में खो जाते हैं और प्रेम और राही जो है वो वरमाला लेते हैं और राही जैसे ही वरमाला पहनाने लगती है तभी राजा और अनिल भी प्रेम को ऊपर उठा देते हैं इधर अंश और तोशो भी राही को ऊपर उठा देते हैं सभी यहां पर रोमांचित हो जाते हैं और राही जो है वह प्रेम को माला पहनाने लगती है
तभी प्रेम जो है वो पीछे होता है और गिरने लगता है लेकिन पराग उसे संभाल लेता है और सभी चौक जाते हैं इसके बाद यहां पर प्रेम और राही को नीचे उतारते हैं और प्रेम माला पहनने के लिए राही के सामने अपना सिर झुका देता है और राही वरमाला पहना देती है और फिर यहां पर प्रेम भी राहे को वरमाला पहना है और काफी ज्यादा खुशी का माहौल होता है सभी यहां पर फूल बरसाते हैं और और इसके बाद प्रेम और राही जो है
वो फेरो के लिए स्टेज पर जाते हैं और अनुपमा जो है वो उन्हें बैठा है और इसी बीच अंश जो है वो काफी ज्यादा इमोशनल हो जाता है तो प्रार्थना उसे देखती है और वह उसे रुमाल देती है और कहती है कि प्रेम भी उसकी शादी में भावुक हो गया था और गौतम जो है व गुस्से से प्रार्थना और अंश को साथ में देखकर तिलमिला जाता है और इसके बाद यहां पर ईशानी परी माही राधा और अंश मिलकर जो है वो प्रेम के जूते चुराने की प्लानिंग करते हैं
जबकि दूसरी तरफ कोठारी परिवार जूते बचाने के लिए प्लानिंग करते हैं और वहीं ईशानी और राजा जो है वो जूतों के लिए बहस करते हैं लेकिन उनकी बहस के बीच में कोई प्रेम के जूते चुरा लेता है और वह दोनों के दोनों जो है वह हैरान रह जाते हैं