दूसरी तरफ पंडित जी जो है वो कन्यादान के लिए दुलहन की मां को बुलाते हैं और सभी जो है वो अनुपमा का इंतजार कर रहे होते हैं तो तभी अनुपमा जो है वहां पर गौतम को पकड़कर लेकर आती है और यह देखकर सभी लोग हैरान हो जाते हैं
तो अनुपमा उसे जोर से छोड़ती है और यह देखकर सभी चौक जाते हैं तो तभी वहां पर पराग जो है वह गुस्से में कहता है कि यह क्या बदतमीजी है तो अनुपमा भी गुस्से में कहती है कि बदतमीज आपका दामाद है तभी वहां पर प्रेम आता है और पूछता है कि इसने क्या किया है तो अनुपमा कहती है कि बदतमीजी के अलावा यह कर भी क्या सकता है हमेशा से
करता है लेकिन किसी ने देखा नहीं और देखा भी होगा तो अनदेखा कर दिया है तभी वहां पर अनुपमा जो है वह कोठारी परिवार से कहती है कि आप लोगों को अपने बेटे से ज्यादा भरोसा अपने दामाद पर है लेकिन लेकिन यह आदमी ना भरोसे के लायक है और ना ही इज्जत के लायक है तभी वहां पर राही भी कहती है
कि यह तो चप्पलों से पीटने के लायक है तभी यह सब सुनकर यहां पर सभी लोग चौक जाते हैं और तभी वहां पर पराग भी जो है वो गुस्से में कहता है कि आपने हमारे दामाद जी के गिरेबान पर हाथ डाला अगर गलती आपकी हुई तो यह गलती जो है वो आपको बहुत ही महंगी पड़ेगी तभी अनुपमा जो है वो जवाब देती है
कि जब बात नारी के सम्मान के हो तब मैं महंगा या सस्ता नहीं देखती मिस्टर कोठारी आप जरा यह सोचिए कि एक मां जो है वो अपनी बेटी की शादी के शुभ महूरत की परवाह किए बिना बेटी के ससुराल के दामाद को गिरा बान से पकड़कर घसीटते हुए यहां लाती है तो इसका जो है
वो कुछ तो बड़ा कारण रहा होगा ना तो मोटी बा जो है वो गुस्से में पूछती है कि हुआ क्या है तो अनुपमा बताती है कि आपके इस दामाद ने आपकी बेटी पर हाथ उठाया और सभी चौक जाते हैं तो ख्याती जो है वो प्रार्थना के बात याद करती है और अंश कहता है कि मैंने जब इन्हें रोकने की कोशिश की
तो इन्होंने मुझे मारा तभी वहां पर अनुपमा कहती है आगे कि लड़कियों के लिए कमरे के अंदर की बातें बाहर लाना जो है वह बिल्कुल भी आसान नहीं है खासकर आप जैसे बड़े बिजनेसमैन फैमिली की बेटियों के लिए बोलना तो आसान नहीं है क्योंकि जितना बड़ा नाम उतनी ज्यादा बेइज्जती कोई बड़ी वजह रही होगी कि प्रार्थना ने आज तक आपको यह सब नहीं बता पाई
और मैं भी चुप रह जाती लेकिन मैं बेटी के साथ गलत होता हुआ देखकर चुप नहीं रह पाई और यह आदमी जो है वह आपका भी मुजरिम है और मेरा भी क्योंकि इसने मेहंदी वाले दिन मेरी बेटी राही के साथ भी बदतमीजी की थी और उस पर बुरी नजर डाली थी