प्रार्थना का बच्चा मिसकैरज हो गया है। प्रार्थना की तबीयत बिगड़ते ही अनुपमा तुरंत अस्पताल की ओर दौड़ती है। अस्पताल में अनुपमा को पता चलता है कि प्रार्थना का बच्चा अब इस दुनिया में नहीं है। शाह हाउस में मातम छा जाता है। सोचिए जब खुशियों की उम्मीद अचानक से मातम में बदल जाए तो दिल कितना टूटता है।
प्रार्थना के बच्चे की मौत के बाद अंश अनुपमा पर भड़क उठता है। अंश दावा करता है कि अनुपमा की वजह से प्रार्थना का बच्चा मरा। वो अनुपमा को कातिल कहता है और पूरे शाह हाउस में उसकी बातें फैल जाती हैं। इसके बाद वसुंधरा ख्याती और बाकी कोठारी परिवार भी अनुपमा के पीछे पड़ जाते हैं।
राही भी इस घटना के बाद अनुपमा पर गुस्सा करती है। अनुपमा इस सारी स्थिति को देखकर हताश और दुखी हो जाती है। अपनी मुश्किल हालात देखकर अनुपमा का दिल टूट जाता है। वह महसूस करती है कि उनका परिवार उन्हें समझाने की बजाय दोषी ठहरा रहा है। इस बार अनुपमा घर छोड़ने का फैसला करती है