सीरियल अनुपमा के आज की कहानी में हमें अनिल को दिखाया जाता है जहां पर वह प्रेम को रोकते हुए नजर आता है और कहने लगता है कि प्रेम यहां पर बैठ कुछ डिस्कशन करनी है शादी की तभी वहां पर प्रेम कहने लगता है कि नहीं काका मैं बहुत ज्यादा लेट हो रहा हूं फिर यहां पर अनिल कहने लगता है कि तू जा काम करके आ शाम को जल्दी आ जाना फिर हम यहां पर देखते हैं कि अंश भी जो है वो कोठार हों के घर पर आ जाता है
अपना इंटरव्यू देने के लिए और तभी यहां पर प्रेम जो है वो अंश से मुलाकात करता है और तभी वहां पर वो सबको जो है वो सरसर कहता है तो प्रेम कहने लगता है कि तुम सबको जो है वो सरसर क्यों कह रहे हो तो अंश बताता है कि वो प्रोफेशनल मीटिंग के लिए यहां पर आया हुआ है तभी वहां पर प्राग कहने लगता है कि तुम यहां पर प्रोफेशनल मीटिंग के लिए आए हो तो अंश कहने लगता है कि जी सर गौतम सर ने कहा था पहले आपसे मुलाकात कर ले उसके बाद हम आगे की बात करेंगे
और तभी वहां पर प्राग जो है वो प्रेम की तरफ इशारा करते हुए नजर आता है कि जाने वालों को अभी जो है वो देर नहीं हो रही है क्या और तभी यहां पर प्रेम जो है वो अंश को ऑल द बेस्ट करते हुए नजर आता है और कहने लगता है कि आई होप कि तुम जिस कंपनी में भी काम करो वो कंपनी जो है वो बहुत ज्यादा ग्रो करेगी और तभी वहां पर से प्रेम जो है वो चला जाता है और फिर हम यहां पर कोठारी को देखते हैं यानी कि पराग को देखते हैं
जहां पर वो कहते हुए नजर आता है कि हम लोग जो है वो प्रोफेशनल लाइफ और पर्सनल लाइफ को जो है वो मिक्स नहीं करते तो इसीलिए तुम यह मत सोचना कि तुम रिश्तेदार हो इसीलिए तुम्हें यह जॉब मिल जाएगी और फिर वहां पर अंश बताते हुए नजर आता है है कि मैंने आप लोगों की कंपनी में तब अप्लाई किया था जब मुझे पता भी नहीं था कि प्रेम आपका बेटा है और गौतम सर भी जानते हैं इनके साथ मेरी वीडियो कॉल में बात हुई थी
और सर रिश्तेदारी है यह सोचकर मैं यहां पर नहीं आया था मुझे तो अच्छी कंपनी में बस अच्छा काम चाहिए था अगर फिर भी आपको लगता है कि मैं रिश्तेदारी का फायदा उठाने के लिए आया हूं तो मैं अभी यहां से चला जाऊंगा और मैं नहीं चाहता कि मेरी वजह से जो है वो प्रेम और राही को कोई भी प्रॉब्लम हो और तभी यहां पर अंश जो है वो उठकर जाने ही वाला होता है कि गौतम जो है वो अंश को रोक लेता है और प्राग से कहने लगता है
कि डैड अग्रवाल जी जो है वो इसकी बहुत ज्यादा तारीफ कर रहे थे और ये बहुत ही ज्यादा टैलेंटेड लड़का है और तभी वहां पर अंश जो को वो बैठने के लिए कहता है और फिर वहां पर प्राग कहते हुए नजर आता है कि दामाद जी अगर आपको इसके ऊपर इतना ज्यादा भरोसा है तो मैं कौन होता हूं बोलने वाला और तभी यहां पर प्राग जो है वो अंत से कहते हुए नजर आता है कि मंडे को जो है वो ऑफिस आ जाना तुम्हारी जॉब प्रोफाइल और सैलरी का डिस्कस कर लेंगे और तभी यहां पर अंश जो है
वो थैंक यू कहते हुए नजर आता है तो पराग कहने लगता है कि ऑफिस में जो है वो तुम हमारे एंप्लॉय हो रिश्तेदार नहीं कहते हुए नजर आता है कि प्रोफेशनल चीजों में जो है वो प्रेम को इवॉल्व मत करना तो अंश ते हुए नजर आता है कि अगर आप नहीं भी कहते तो भी मैं उसको इवॉल्व नहीं करता और तभी यहां पर अंश जो है वो वहां से जाने ही लगता है