NUPAMA || राही ने प्रेम को शादी के लिये बोला हा… पराग करेगा राही के खिलाफ साजिश

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राही जो है वो प्रेम को इस हालत में नहीं देख पाती और वो उसके पास आकर बैठ जाती है और फिर यहां पर राही जो है ना वो प्रेम के साथ बात करने लगती है और उसे कहने लगती है कि मैं इतनी ज्यादा गुस्से में थी कि मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं सब कुछ जलाकर जो है ना वो राग कर दूंगी तो जब मैंने ठंडे दिमाग से सोचा तो मुझे समझ आया कि तुमने जो किया है

ना वो मैंने भी कभी किया था और प्रेम से कहने लगती है कि जिंदगी भी कितनी ज्यादा अजीब है ना प्रेम एक पल में जो है वो ख्वाब जैसी और एक ही पल में राग जैसी और तभी यहां पर प्रेम कहने लगता है कि मेरी जिंदगी जो है ना वो तुमसे बहुत ही ज्यादा अलग है और मैं तुम्हारे साथ होता हूं तो मेरी जिंदगी जो है वह ख्वाब जैसी होती है और अगर मैं अपनी फैमिली के साथ होता हूं तो आग जैसी जिंद गंदगी हो जाती है और फिर यहां पर राही जो है

ना वो इमोशनल होकर प्रेम से कहने लगती है कि जैसे मैं अपनी मम्मी को नहीं समझ पाई वैसे ही क्या पता तुम भी अपने पापा को जो है वो नहीं समझ पा रहे हो और फिर यहां पर प्रेम कहने लगता है कि मेरे बाप ने जो मेरी मां के साथ किया है ना मैं वो कभी भूल नहीं सकता फिर यहां पर राही जो है वो प्रेम से कहने लगती है कि जो तुम मुझे समझाना चाहते थे ना वो आज मैं तुम्हें समझा रही हूं हां मैंने मान लिया कि तुम जो है

वो अपने पापा से नफरत करते हो और तुम्हारे पापा जो है वो गलत है लेकिन तुम जो है वो अपने पापा की गलती जो है वो पूरी फैमिली को क्यों दे रहे हो और मैंने मान लिया कि तुम्हारे पापा ने तुम्हारी मां के साथ जो है वो गलत किया है लेकिन तुम भी तो अपनी फैमिली के साथ जो है वो सही नहीं कर रहे हो ना और तभी यहां पर राही जो है वो प्रेम से बताती हुई नजर आती है कि तुम्हारे पापा ने जो है वोह मेरी मम्मी को फोन किया था तो प्रेम कहने लगता है

कि अब उनको क्या प्रॉब्लम है तो राही कहने लगती है कि उन्होंने कल जो है वो लंच में सबको इनवाइट किया है तो इसीलिए उन्होंने फोन किया था तो तभी वहां पर प्रेम कहने लगता है कि अभी तो मिलकर गए थे तो फिर लंच में इनवाइट क्यों किया और अनु मैम ने क्या कहा तो राही कहने लगती है कि मम्मी ने जो है वो अभी कुछ नहीं कहा लेकिन प्रेम मैंने मम्मी से कहा कि हमें जो है वहां जाना चाहिए तो प्रेम कहने लगती है

कि प्लीज उनके ऊपर भरोसा मत करो राही और वो इतने ज्यादा डेस्प्रिंग की जिद है और तभी वहां पर राही कहने लगती है कि लेकिन मैंने भी तुम्हारे पापा की आंखों में जो है ना वो वो तुम्हारे लिए प्यार देखा है और तुम्हारे लिए तड़प देखी है और शायद तुम इस वक्त जो है वो गुस्से में हो इसीलिए तुम्हें जो है वो उनकी आंखों में तुम्हारे लिए तड़प नहीं दिखाई दे रही और मैंने जो देखा मैं तुमसे वही कह रही हूं तो यहां पर राही का कहना है

कि पराग जो है ना वो गलत नहीं है और अनुपमा की तरह ही वह प्रेम से पराग के बात समझने के लिए कहती हुई नजर आती है और तभी हम यहां पर राही को देखते हैं जो कि प्रेम को फोर्स करते हुए नजर आती है कि उनके साथ जो है वो कोठारी के घर चलने के लिए कहती है और फिर यहां पर हम प्रेम को देखते हैं जो कि कहते हुए नजर आता है कि अगर उसने जो है वह राही या अनुपमा का अपमान किया तो वह पराग को नहीं छोड़ेगा और फिर प्रेम कहने लगता है