ANUPAMA || अनुपमा छोड़ेगी अनूकी रसोई, राही और अनुपमा के बिच होगा बड़ा झगड़ा

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आगे हम अनुपमा और प्रेम को देखते हैं वो दोनों कांट्रैक्ट की बातें कर रहे होते हैं प्रेम बोल रहा होता है हमने जिन लोगों के साथ मीटिंग की थी उन्होंने हमारे पास डिटेल कांट्रैक्ट भेज दिया है तभी वहां पर राही आ जाती है तो अनुपमा और प्रेम दोनों बोल रहे होते हैं वहां पर क्या हुआ राही उन दोनों को बोलती है आप लोग ऐसा क्यों सोचते हैं

जब भी वो लोग वहां पर मुझे बुलाएंगे तो वहां पर कुछ गलत ही होगा राई बोल रही होती है मम्मी और प्रेम आप दोनों अभी क्या बात कर रहे थे हम रेट क्यों नहीं बढ़ाने वाले मम्मी आपकी पॉलिसीज पर अगर आप काम करती रहेगी तो हमारी

अनू की रसोई यही रहने वाली है आगे कभी नहीं बट पाएगी मुझे लगता है तो शु भाई हमेशा सही ही बोलते हैं आप हमारे रेट को बढ़ाइए तभी तो हम ग्रो कर पाएंगे और मम्मी आपको मेरी और प्रेम की बात माननी ही होगी

अगर आप मेरी और प्रेम की बात नहीं मानती तो मैं और प्रेम अलग से अपना अपना किचन खोल लेंगे तो प्रेम बोल रहा होता है राही तुम कैसी बातें कर रही हो यह रसोई तुम्हारी तुम्हारे पॉप्स की और अनु मैम की ही तो है

राही तुम अपने परिवार से अलग होकर अलग से कुछ क्यों करना चाहती हो राही बोल रही होती है प्रेम तुम भी तो यही करना चाहते हो ना तुम अपनी फैमिली का बिजनेस क्यों नहीं संभालना चाहते राही बोलती है प्रेम अभी जो तुमने मुझे बोला है कभी खुद को बोलक देखना तुम अपने परिवार वालों को हमेशा गलत क्यों समझते हो तो प्रेम बोल रहा होता है मुझे इस बारे में कोई बात नहीं करनी प्रेम गुस्सा होकर वहां से चला जाता है इधर अनुपमा राही को बोल रही होती है

राही तू यह सब कुछ क्या कर रही है तू अपने ससुराल वालों से पहले अपने होने वाले पति के बारे में सोच अनुपमा बोलती है राही मैं तुम दोनों के रिश्ते में दखल अंदाजी नहीं देना चाहती लेकिन तुम्हारी मां हूं ना तो तुम्हें एक सलाह जरूर दूंगी

रिश्ते टूटने में जितना टाइम नहीं लगता उससे कई गुना ज्यादा टाइम रिश्ते को बनाने में लगता है तो तू पहले अपना और प्रेम का अच्छा रिश्ता बना ले प्रेम को तू सबसे ज्यादा टाइम दिया कर राई बोल रही होती है मम्मी वो फेम इतनी बुरी नहीं है वह सब लोग बहुत अच्छे हैं क्या थी आंटी बहुत अच्छी है प्रार्थना बहुत अच्छी है और पराग अंकल भी बहुत अच्छे हैं आज उन्होंने मेरे सर पर अपना हाथ रखा है मैं बस यह चाहती हूं

कि प्रेम अपनी फैमिली के साथ हो जैसे प्रेम ने मुझे आपसे मिलवाया है वैसे ही मैं प्रेम को उसकी फैमिली से मिलवा चाहती हूं अनुपमा बोल रही होती है तू कोशिश कर मैं तुझे कोशिश करने से नहीं रोक रही लेकिन तू यह ध्यान रखना तुम्हारी कोशिश की वजह से तुम्हारे और प्रेम के रिश्ते पर कोई फर्क ना पड़े इसके बाद अनुपमा बोल रही होती है

कल तुम्हारी शादी की पहली रस्म होने वाली है और वह सब लोग यहां पर आने वाले हैं मैं चाहती हूं तुम और प्रेम अपने रिश्ते को संभालो और दोनों बहुत ज्यादा खुश रहो