गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल है इस भारतीय शिक्षक का नाम, दुनिया के किसी व्यक्ति के कान के बाल नहीं है इतने लंबे

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हम भारतीय रिकॉर्ड बनाने में बहुत ज्यादा माहिर हैं। फिर चाहे वे रिकॉर्ड बड़े हों या छोटे इस बात से हमें फर्क नहीं पड़ता। कुछ यही हाल तमिलनाडु राज्य के मदुरई में रहने वाले रिटायर्ड हेड मास्टर एंथनी विक्टर का भी है।

इनके कान के बाल ने इन्हें मशहूर कर दिया है। सन 2007 में इनके कान के बालों की लंबाई पहली बार मापी गई थी जो कि लगभग 7.12 इंच यानी कि 18.1 सेंटीमीटर की थी।

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आजतक इस रिकॉर्ड को कोई भी अन्य व्यक्ति नहीं तोड़ पाया है। अपने कान के बालों की वजह से एंथनी के विद्यार्थियों ने उनका नामकरण भी कर दिया था।

स्कूल के बच्चे उन्हें “कान के बालों” वाला टीचर के रूप में जानने लगे थे और उनके असल नाम से इन बच्चों को कोई मतलब नहीं था। कान के इन बालों ने एंथनी को काफी ज्यादा लोकप्रिय बना दिया है। हालाँकि एंथनी के पहले भी यह ख़ास रिकॉर्ड एक भारतीय के पास ही था।

उत्तर प्रदेश के राधाकांत बाजपेई इससे पहले सबसे लंबे कान के बाल होने के लिए मशहूर थे और उनका नाम भी गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया था। 2003 में जब उनके कान के बाल की लंबाई मापी गई थी तब वह 13.2 सेंटीमीटर की थी।

हैरानी की बात तो यह थी कि राधाकांत बाजपेई को अपने कान के बालों को बढ़ाने की इजाजत अपनी पत्नी द्वारा ही मिली थी। चार साल बाद एंथनी विक्टर ने उनसे यह सम्मान छीन लिया और अब पिछले 15 साल से इस अनोखे रिकॉर्ड पर कब्ज़ा जमा कर बैठे हुए हैं।